लोकसभा चुनाव के बीच बीएसपी में बड़ा फेरबदल हुआ है। मायावती ने हाल में बीजेपी पर हमलावर रहे अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी बनाने का फ़ैसला तक वापस ले लिया है। इसके अलावा आकाश को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से भी हटा दिया गया है। 
अपने इस फ़ैसले को लेकर मायावती ने पार्टी को खड़ा करने और डॉ. भीमराव आंबेडकर के स्वाभिमान के लिए कांशीराम और खुद की मेहनत का हवाला दिया है। उन्होंने कहा है कि इस आंदोलन को गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इसी के तहत आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। उन्होंने कहा कि अब वह अपना फ़ैसला वापस ले रही हैं। इसके पीछे वजह उन्होंने आकाश आनंद में पूरी परिपक्वता के अभाव को बताया है।