नीतीश कुमार पहले दिन में ममता बनर्जी से मिले थे, शाम को अखिलेश यादव से। कयास लगाए जा रहे हैं कि अब वह नवीन पटनायक से मिल सकते हैं। इसके क्या मायने हैं? विपक्षी एकता। लेकिन क्या यह पहले कई बार बनी विपक्षी एकता की तरह ही है या फिर इस बार कुछ अलग है? कहीं ज़्यादा विपक्षी पार्टियों की एक बड़ी छतरी के नीचे आने की संभावना कितनी है? यह पहले से कैसे अलग है? इन सवालों के जवाब बाद में पहले यह जान लें कि आज नीतीश की ममता और अखिलेश से मुलाक़ात में क्या निकला।
विपक्षी एकता: ममता के बाद अखिलेश से मिले नीतीश; सच में बीजेपी मुश्किल में!
- राजनीति
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- 24 Apr, 2023
कई विपक्षी दल साथ आ गए हैं, लेकिन कांग्रेस से बिदकने वाले दल भी यदि साथ आ जाएँ तो बीजेपी विपक्षी एकता से कैसे निपट पाएगी? जानिए, ममता बनर्जी के बाद अखिलेश यादव से नीतीश की मुलाक़ात के क्या मायने हैं।

लखनऊ में मुलाक़ात के बाद अखिलेश यादव के साथ प्रेस कॉन्फ़्रेंस करने के लिए नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पहुँचे। अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र व संविधान को बचाने के लिए, बीजेपी को हटाने में हम नीतीश, तेजस्वी के साथ हैं। नीतीश कुमार ने भी कुछ इसी तरह की बात कही कि विपक्षी एकता के लिए सभी दल साथ आ रहे हैं।