राजस्थान का सियासी संकट अब निर्णायक मोड़ पर पहुँच गया है। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुरू से ही पार्टी के बहुमत विधायकों के अपने साथ होने का दावा करते रहे हैं, पर समझा जाता है कि उन्होंने अब इसे औपचारिक रूप से साबित करने का फ़ैसला कर लिया है। यह मुमकिन है कि वह अगले हफ़्ते विधानसभा सत्र बुलाने का आग्रह स्पीकर से करें और विधानसभा के पटल पर अपना बहुमत साबित करने की पेशकश करें।