भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ जो विवाद खड़ा किया है, जल्द ही उस विवाद के गुब्बारे की हवा निकलने वाली है। राहुल के खिलाफ लाए गए तमाम प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिए जाएंगे, क्योंकि भाजपा राहुल पर जितना आक्रामक होगी, राहुल का कद उतना ही बढ़ेगा। ऐसे में भाजपा ऐसा जोखिम भला क्यों लेगी।
भारत में पीएनबी को 3000 करोड़ से ज्यादा चूना लगाकर भागे गुजरात के डायमंड कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल की सूची से हट गया है। जबकि भारत में वो मोस्ट वॉन्टेड है। इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज मंगलवार को पीएम मोदी पर तीखा हमला किया।
संसद के बजट सत्र में आज दूसरे हफ्ते की शुरुआत भी हंगामे से हुई। पूरे दिन सदन 10 मिनट चला और इस दौरान सिर्फ हंगामा होता रहा। विपक्षी सांसदों ने अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर पुलिस भेजने के मामले उठाने के नोटिस दिए हैं।
अडानी समूह ने मुंद्रा में अपनी ग्रीन एनर्जी पर आधारित पेट्रोकेमिकल परियोजना पर काम फिलहाल रोक दिया है। हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद अडानी समूह ने यह पहला बड़ा कदम उठाया है।
संसद में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी शिरकत करने वाले हैं लेकिन उससे पहले ही कानून मंत्री किरण रिजिजू ने राहुल के लंदन वाले बयान पर माफी की मांग कर सरकार और बीजेपी की स्थिति साफ कर दी है कि आज राहुल को संसद में घेरा जा सकता है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन भाषण को लेकर बीजेपी का शोर मचाना बता रहा है कि बीजेपी और मोदी सरकार भविष्य की राजनीति को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जिस तरह से संसद को बीजेपी ने ठप किया और उसके नेता राहुल गांधी के खिलाफ निम्नस्तरीय बयान दे रहे हैं, वो उनकी मनोदशा को दर्शाने के लिए काफी है। पत्रकार पंकज श्रीवास्तव ने उसी घटनाक्रम पर नजर डाली है।
अडानी पर मोदी सरकार की मुसीबतों का अंत नहीं हो रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अडानी समूह और मोदी सरकार के रिश्तों पर आज 15 मार्च को नए आरोप लगाए। उधर, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में भी अडानी समूह के एक नए विवाद की तरफ इशारा किया गया है। जानिए पूरी बात।
अडानी मामले में विपक्ष ने मोदी सरकार पर दबाव और बढ़ा दिया है। संसद पिछले तीन दिनों से ठप पड़ी है। ईडी दफ्तर तक विपक्षी सांसद और उनकी पार्टियां आज बुधवार को मार्च निकाला। हालांकि उनके मार्च को विजय चौक पर रोक दिया गया।
अडानी मुद्दे पर कांग्रेस ने आज सोमवार 13 मार्च को देशभर में प्रदर्शन किए। इससे पहले इसी मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और बीआरएस ने सोमवार सुबह प्रदर्शन किया था।
अडानी मुद्दे पर सरकार की चुप्पी क्या किसी नीति का हिस्सा है। वरिष्ठ पत्रकार वंदिता मिश्रा ने आज अपने इस स्तंभ में सवालों के जरिए पूछा है कि आखिर इस सारे मामले की जांच क्यों नहीं होना चाहिए। उनके सवालों को समझिए और बतौर जागरूक नागरिक खुद से भी सवाल करिए।
केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर ने सिडनी में बयान देकर सोरोस पर हमला बोला है। लेकिन उनका बयान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से भिन्न है। जानिए क्या कहा जयशंकर नेः
अडानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद तमाम सोशल मीडिया साइट्स पर हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नाथन एंडरसन पर कई आरोप लगाए गए। एंडरसन ने जवाब में सच्चाई बताई है। क्या है वो सत्यः