दिल्ली में जहरीली हवा के कारण बंद किए गए स्कूल और कॉलेज फिर से खोलने की घोषणा कर दी गई है तो क्या प्रदूषण ख़त्म हो गया? जानिए सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा और दिल्ली सरकार ने क्या कहा।
दिल्ली में फैले प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है। कोर्ट ने पूछा है कि आखिर अफ़सर क्या कर रहे हैं वे खेतों में जाकर किसानों, वैज्ञानिकों से बात क्यों नहीं करते।
दिल्ली में प्रदूषण के लिए पराली जलाना क्या प्रमुख कारण नहीं है? आख़िर केंद्र सरकार ने क्यों कहा कि 4% ही प्रदूषण के लिए पराली ज़िम्मेदार? क्या केंद्र का यह दावा चुनाव के मद्देनज़र है जिससे किसान नाराज़ न हों?
दिल्ली में प्रदूषण के स्तर बढ़ने और सीजेआई एनवी रमना की टिप्पणी के बाद केजरीवाल सरकार ने कई क़दम उठाए हैं। जानिए, स्कूल, सरकारी कार्यालयों व निर्माण कार्यों को लेकर क्या हुआ फ़ैसला।
क्या यमुना नदी की हालत कभी सुधर पाएगी? चुनाव से पहले नारे भले ही चमकती यमुना के सपने दिखाते हों, लेकिन क्या वजह है कि जहरीले झाग भी दूर नहीं हो सके हैं?
दिल्ली में इन दिनों कोरोना का क़हर है। प्राइवेट अस्पतालों के आईसीयू में कोई बेड ख़ाली नहीं है। अब प्रदूषण बढ़ने के कारण कोरोना का ख़तरा और बढ़ने की आशंका है। सरकार से लेकर कोर्ट तक सभी प्रदूषण रोकने में क्यों असफल साबित हो रहे हैं। देखिए ये रिपोर्ट।
दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के क्षेत्रों में दीवाली के दिन यानी शनिवार को प्रदूषण ख़तरनाक स्तर तक पहुँच गया। पटाखों पर प्रतिबंध लगे होने के बावजूद कई क्षेत्रों में इसके छोड़े जाने की गूँज सुनाई दी।