प्रशांत किशोर ने कहा है कि अगर बीजेपी बंगाल में दहाई का आँकड़ा भी पार कर ले तो वे अपना काम छोड़ देंगे। उनकी इस चुनौती का क्या मतलब है? क्या और टूट-फूट को रोकने के लिए उन्होंने ऐसा बयान दिया है? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट-
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन ।बंगाल : प्रशांत किशोर की बीजेपी को चुनौती, कहा- काम छोड़ दूँगा।किसान आंदोलन : किसानों की भूख हड़ताल जारी
प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को जेडीयू से निकाल दिया गया। लेकिन क्या यह सिर्फ़ नीतीश कुमार के साथ ट्विटर वार का नतीजा है? या यह नागरिकता क़ानून के कारण अलगाव हुआ? पहले क्यों सबकुछ ठीक था, लेकिन नागरिकता क़ानून पर प्रशांत किशोर की अलग राय रखने के बाद सबकुछ खटपट हो गया था? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के पूर्व सांसद पवन वर्मा के बाद पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को भी खुली चेतावनी दे डाली।
प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा को लेकर जो बयान दिया है उससे लग रहा है कि झारखंड और महाराष्ट्र में बीजेपी को लगे झटके बाद क्या अब जेडीयू इस बार ज़्यादा आक्रामक रहेगी? Satya Hindi