सोनभद्र: पीड़ित परिवार से मिलने जा रही प्रियंका गिरफ्तार। कर्नाटक: विश्वास प्रस्ताव पर आज फिर चर्चा । कांग्रेस नेता गुंडू राव की सुप्रीम कोर्ट में दस्तक। सत्य हिंदी न्यूज़ बुलेटिन
सोनभद्र: पीड़ित परिवार से मिलने जा रही प्रियंका गिरफ्तार। कर्नाटक: विश्वास प्रस्ताव पर आज फिर चर्चा । कांग्रेस नेता गुंडू राव की सुप्रीम कोर्ट में दस्तक। सत्य हिंदी न्यूज़ बुलेटिन
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र ज़िले में आदिवासियों के सामूहिक नरसंहार के बाद अब डैमेज कंट्रोल में योगी सरकार जुट गई है। प्रियंका को हिरासत में लिया गया, सपा प्रतिनिधिमंडल को रोका गया और मामले में कार्रवाई की गई।
कांग्रेस के अंदरूनी ख़ेमों से ख़बरें आने लगी हैं कि वरिष्ठ नेताओं का एक गुट अब प्रियंका गाँधी को अध्यक्ष बनाने की कवायद में जुट गया है। नेताओं ने पार्टी के भीतर और बाहर भूमिका तैयार करनी शुरू कर दी है।
कांग्रेस में इस्तीफ़ों का दौर जारी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। अब सवाल उठता है कि क्या प्रियंका गाँधी भी तो इस्तीफ़ा नहीं देंगी?
लोकसभा चुनावों में ख़राब प्रदर्शन के बाद सदमे से अखिलेश नहीं उबरे हैं, मायावती घर पर बैठकें कर रही हैं, लेकिन प्रियंका बीजेपी की तरह संगठन खड़ा करने में जुट गई हैं। क्या वह योगी को चुनौती दे पाएँगी?
कांग्रेस लोकसभा चुनाव में मिली क़रारी हार की समीक्षा करने में जुटी हुई है। प्रियंका गाँधी ने कार्यकर्ताओं से 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी करने के लिए कहा है।
लोकसभा चुनावों में बुरी तरह पस्त होने के बाद भी प्रियंका ने हार नहीं मानी है। चुनाव नतीजे सामने आने के तीन दिनों के भीतर ही टीम प्रियंका के सदस्यों को काम पर लगा दिया गया है।
पहले तो कांग्रेस ने बनारस में मोदी के लिए खुला मैदान छोड़ा, लेकिन अब अब अजय राय के प्रचार में प्रियंका बनारस आ रही हैं। बनारस में प्रियंका का लंबा रोड शो होगा। इस रोड शो को यादगार बनाने की तैयारी हो रही है।
कांग्रेस के रणनीतिकार मान कर चल रहे हैं कि अमेठी और रायबरेली दोनों ही संसदीय क्षेत्रों में पार्टी जीत जायेगी। सपा-बसपा और आम आदमी पार्टी का प्रत्याशी न होने का फायदा भी उन्हें मिलेगा।
बताया जा रहा है कि प्रियंका गाधी इस बात से डरी हुई हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी इस बार अमेठी में बुरी तरह फँसे हुए हैं और चुनाव हार भी सकते हैं।
कांग्रेस ने प्रियंका को वाराणसी में क्यों नहीं उतारा मोदी के ख़िलाफ़? क्या नरेंद्र मोदी से डर गईं प्रियंका गाँधी? देखिए क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार शैलेश।