शिवसेना नाम और धनुष-तीर का निशान एकनाथ शिंदे खेमे को दिए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है। जानिए उद्धव गुट से पहले शिंदे ने क्यों अर्जी लगा दी।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया है कि शिवसेना का नाम और सिंबल एकनाथ शिंदे गुट को देने में 2000 करोड़ की डील हुई है। शीघ्र ही वो इस मामले में और खुलासा करेंगे।
उद्धव ठाकरे आज शनिवार को चुनाव आयोग, बीजेपी पर जमकर बरसे। उन्होंने चुनाव आयोग को मोदी सरकार का गुलाम बताया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर बताएं कि हमारा चुनाव चिह्न गुलाम चुनाव आयोग ने चोरों को दे दिया।
शरद पवार ने उद्धव ठाकरे से कहा है कि वो चुनाव आयोग के आदेश को स्वीकार करें। नया चुनाव चिह्न लें। कुछ दिन में लोग सब भूल जाएंगे और नए चुनाव चिह्न को स्वीकार नहीं करेंगे। पवार ने कहा कि नए घटनाक्रम से उद्धव की पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा।
पिछले काफ़ी समय से विपक्ष के निशाने पर रहे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की आख़िरकार महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से छुट्टी हो गई है। जानिए, शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने क्या प्रतिक्रिया दी।
शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न पर चुनाव आयोग की रोक के बाद पार्टी के मुखपत्र सामना ने एक संपादकीय छापा है। जानिए इसने इसमें शिंदे को लेकर क्या-क्या लिखा। पढ़िए, सामना का पूरा संपादकीय-
उद्धव ठाकरे ने चुनाव चिह्न और पार्टी के नाम पर रोक लगने के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे पर पहली बार तीखा हमला बोला है। ठाकरे ने कहा कि बीजेपी शिंदे का इस्तेमाल सिर्फ शिवसेना को खत्म करने के लिए कर रही है। लेकिन यही बीजेपी एक दिन शिंदे को निकाल बाहर फेंकेगी।
शिवसेना में दोनों खेमों के बीच संघर्ष के बीच उपचुनाव के लिए उद्धव ठाकरे खेमे ने पार्टी के नये नाम और चुनाव चिह्न तय कर लिया है। जानिए, इसने चुनाव चिह्न के लिए क्या पसंद किया है।
चुनाव आयोग के एक फ़ैसले से किस खेमे को तगड़ा झटका लगा है? जानिए, चुनाव आयोग के फ़ैसले का शिंदे खेमे ने स्वागत क्यों किया और उद्धव खेमे ने नाराज़गी क्यों जताई।