महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को आज एक और झटका दिया। जानिए, शिंदे ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में क्या बदलाव किए और कितने सांसद उनके साथ दिखे।
शिवसेना के बागी और बीजेपी अक्सर एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन को अप्राकृतिक बताते रहे हैं। उस पर शिवसेना के मुखपत्र सामना में संजय राउत ने तीखी टिप्पणी की है। संजय राउत ने सवाल किया है कि जब एनसीपी और बीजेपी का गठबंधन 2019 में हुआ था तो वो क्या था, प्राकृतिक या अप्राकृतिक।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना की सरकार ढाई साल चलने वाली है। उन्होंने यह बात शिवसेना में अपने विरोधियों के लिए कही है।
आखिरकार शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर दिया। पार्टी के 16 सांसदों ने सोमवार को उनसे स्पष्ट कह दिया था कि वो मुर्मू को समर्थन करना चाहते हैं। आखिरकार उद्धव को झुकना पड़ा।
शिवसेना के 16 सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी की स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। उसने उद्धव ठाकरे को कहना है कि वो द्रौपदी मुर्मू को वोट देगी या नहीं।
मुंबई में आरे जंगल को बचाने का संघर्ष फिर से शुरू हो गया है। उद्धव ठाकरे सरकार ने लोगों की मांग पर आरे जंगल से कार शेड परियोजना को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पद संभालने के चंद घंटों के अंदर इस फैसले को पलट दिया और आरे के जंगल में कार शेड परियोजना बनाने को हरी झंडी दिखा दी। यही वजह है कि आदित्य ठाकरे ने रविवार को मौके पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दे दिया।
महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार ने राज्य में देर सवेर मध्यावधि चुनाव की संभावन जताई है। उनका कहना है कि एकनाथ शिंदे-बीजेपी सरकार चंद महीनों की मेहमान है।
महाराष्ट्र विधानसभा मे रविवार से शिवसेना के बागियों और शिवसेना के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी के बीच सत्ता पर कब्जे की लड़ाई का खेल शुरू होने जा रहा है। रविवार को स्पीकर का चुनाव है। सोमवार को विश्वास मत हासिल किया जाना है।