loader

क्या महिलाओं का जींस, टॉप पहनना ग़ुनाह है, बताएँ बीजेपी सांसद

प्रियंका गाँधी के सक्रिय राजनीति में आने से क्या बीजेपी नेताओं की नींद हराम हो गई है। लगता तो ऐसा है ही वरना चाल, चरित्र और चेहरे की बात करने वाली बीजेपी के नेता प्रियंका पर अनाप-शनाप बयानबाज़ी नहीं करते। कांग्रेस महासचिव पर बीजेपी नेताओं का शर्मनाक बयान देने का सिलसिला जारी है।

आज ही उत्तर प्रदेश के बस्ती से बीजेपी सांसद हरीश द्विवेदी ने भी प्रियंका गाँधी पर शर्मनाक बयान दे दिया। सांसद ने कहा, ‘राहुल गाँधी की तरह प्रियंका गाँधी वाड्रा भी फ़ेल हैं। जब प्रियंका दिल्ली में रहती हैं तो जींस और टॉप में रहती हैं और जब क्षेत्र में आती हैं तो साड़ी और सिंदूर लगाकर आती हैं।’ बीजेपी सांसद को यह बताना चाहिए कि आख़िर प्रियंका ने जींस और टॉप पहनकर ऐसा क्या ग़ुनाह कर दिया है कि उन्हें इस तरह का बयान देना पड़ा। 

बूथ लुटेरी हैं प्रियंका

अभी दो दिन पहले ही बीजेपी के प्रवक्ता डॉ. विजय सोनकर शास्त्री ने भी प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा पर ऐसा ही बयान दिया था। शास्त्री ने वाड्रा को देश का अपराधी बताया था और प्रियंका को लुटेरी कहा था। शास्त्री के मुताबिक़, प्रियंका बूथों को लूटती हैं। यह भाषा है बीजेपी के प्रवक्ता की। 

प्रियंका को बताया शूपर्णखा

इसके बाद पढ़िए बीजेपी के एक ‘माननीय’ विधायक सुरेंद्र सिंह का बयान। बलिया से विधायक सुरेंद्र सिंह ने कुछ दिन पहले कहा कि राहुल गाँधी की बहन शूपर्णखा हैं। इन ‘माननीय’ विधायक ने पिछले साल बसपा सुप्रीमो मायावती की तुलना भैंस से कर दी थी। 

‘चॉकलेटी’ चेहरा हैं प्रियंका

प्रियंका के राजनीति में आने पर ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ‘चॉकलेटी’ चेहरों का सहारा लेकर चुनाव लड़ना चाहती है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार में मंत्री गोविंद नारायण झा ने कहा कि ‘सुंदर’ होने के अलावा प्रियंका गाँधी की कोई और उपलब्धि नहीं है। राज्य सरकार में मंत्री जैसे ओहदों पर बैठे लोग ऐसे शर्मनाक बयान दें तो क्या कहा जा सकता है। 

राजनीति में तभी आएँ जब 'सुंदर' हों

प्रियंका पर ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनय कटियार की भी टिप्पणी पढ़िए। कटियार ने कहा था कि प्रियंका गाँधी उन हीरोइनों से ज़्यादा ‘सुंदर’ नहीं हैं जो बीजेपी की स्टार प्रचारक हैं। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के पास प्रियंका से ज़्यादा ‘सुंदर’ चेहरे हैं। कटियार के बयान के मुताबिक़, महिलाओं को राजनीति में तब ही आना चाहिए जब वे बहुत ज़्यादा सुंदर हों!

सिर्फ़ ब्यूटी कॉन्टेस्ट में ही जाएँ महिलाएँ!

बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने भी प्रियंका के राजनीति में आने पर कहा था कि राजनीति कोई 'ब्यूटी कॉन्टेस्ट' नहीं है। सुशील मोदी के हिसाब से तो महिलाएँ सिर्फ़ ब्यूटी कॉन्टेस्ट में जाने लायक़ हैं। इस तरह का बयान सुशील मोदी ने क्या सोचकर दिया होगा, यह वही बता सकते हैं।

सिर्फ़ घरेलू महिला हैं प्रियंका 

बीजेपी की सांसद हैं सरोज पांडे। कुछ दिन पहले सरोज पांडे ने प्रियंका के राजनीति में आने पर कहा कि वह सिर्फ़ एक घरेलू महिला हैं। 

प्रियंका गाँधी के बारे में बीजेपी नेताओं के बयान पढ़कर आप ख़ुद सोचिए कि राजनीति में जब इस तरह के बयान दिए जाएँगे तो कैसे कोई महिला इस क्षेत्र में क़दम रखेगी। उससे भी ज़्यादा अहम सवाल यह है कि महिलाओं के बारे में बीजेपी नेताओं की क्या यही सोच है? क्या बीजेपी का यही चरित्र है और क्या वह अपने नेताओं के इसी चाल, चरित्र और चेहरे पर गर्व करती है?

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें