वह गाड़ी जिसमें विकास को लाया जा रहा था और जिसका एक्सीडेंट हुआ।
विकास के साथी प्रभात मिश्रा के मामले में भी पुलिस का यही कहना था कि उसने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की थी। एनकाउंटर के दौरान कितनी गोलियां चलीं, इस बात का जवाब पुलिस को देना बाकी है।