क्या हरिद्वार में हुआ धर्म संसद, जिसमें मुसलमानों को निशाने पर लिया गया और हिन्दुओं से हथियार उठाने की अपील की गई, एक सोची समझी रणनीति के तहत किया गया था? क्या इन धमकियों को सच्चाई में बदलने और पूरे देश में हिंसा और समुदाय विशेष के ख़िलाफ़ नफ़रत का माहौल बनाने की तैयारियाँ चल रही हैं?
उत्तराखंड धर्म संसद जैसे आयोजन होंगे पूरे देश में, कमेटी बनी
- उत्तराखंड
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- सत्य ब्यूरो
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- 29 Dec, 2021
हरिद्वार धर्म संसद जैसे आयोजन पूरे देश में करने की धमकी पर क्यों चुप है पुलिस, धर्म संसद के आयोजकों को किसका समर्थन हासिल है?

ये सवाल इसलिए उठते हैं कि धर्म संसद के आयोजकों ने मंगलवार को एक बार फिर बैठक की और 21 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया गया, जिसे पूरे देश में ऐसे धर्म संसद आयोजित करने और उसके एजेंडे को लागू करने की ज़िम्मेदारी दी गई।
धर्म संसद के लिए कमेटी
हरिद्वार के सांबवी आश्रम में हुई इस बैठक में वसीम रिज़वी से हिन्दू बने जीतेंद्र त्यागी, साध्वी अन्नपूर्णा, ग़ाज़ियाबाद स्थित डासना मंदिर के प्रमुख पुरोहित यति नरसिंहानद और हिन्दू रक्षा सेना के स्वामी प्रबोधानन्द भी मौजूद थे। इन लोगों ने पूरे देश में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की कसमें खाईं। स्वामी प्रबोधानंद ने कहा,
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