जोशीमठ में जमीन धँसने, घरों की दीवारों में दरारें पड़ने और कई जगहों से पानी निकलने के संकट को देखते हुए जिला प्रशासन ने ख़तरे के संकेत दिए हैं। भू-धंसाव के कारण संभावित ख़तरे का सामना कर रहे भवनों पर रेड क्रॉस के निशान लगाने शुरू कर दिए हैं।
चमोली डीएम हिमांशु खुराना ने कहा है कि सिंहधर, गांधीनगर, मनोहरबाग, सुनील वार्ड असुरक्षित घोषित कर इन वार्डों में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड के जोशीमठ क्षेत्र को आपदा संभावित क्षेत्र घोषित किया गया है, जिसमें जमीन धंसती जा रही और दरारें बढ़ रही हैं।