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सरकार लेखकों, सामाजिक, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को दबाना चाहती है?

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  • मुकेश कुमार
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  • 31 Jul, 2020
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैनी बाबू की गिरफ़्तारी से बौद्धिक एवं सांस्कृतिक जगत में ज़बर्दस्त गुस्सा है। उसने इसे बुद्धिजीवियों को कुचलने के सिलसिले की नई कड़ी बताया है। आख़िर सरकार ने क्यों हैनी बाबू को गिरफ़्तार किया है, क्या है उनका कसूर? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। 
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