मोदी सरकार किसान आंदोलन को तोड़ नहीं पायी है। उसने सरकारी एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल शुरू कर दिया है। क्या डर जायेंगे किसान? आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद अग्निहोत्री, सतीश के सिंह व रवि आंबेकर।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।