आर्यन निर्दोष । NCB को कोई सबूत नहीं मिला । चार्जशीट में ही नाम नहीं । तो क्या सारा मामला ही फ़र्ज़ी था ? क्या जानबूझकर फँसाया गया ? क्या समीर वानखेड़े के खिलाफ कार्रवाई होगी ? क्या सुप्रीम कोर्ट को दख़ल देना चाहिये ताकि आरोपी अकारण जेल में न रहे? आशुतोष ने मुंबई के मशहूर वकील माजिद मेनन से विस्तार से बात की ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।