'मोदी का विरोध किया तो ज़िंदा गाड़ दूँगा'। 'असम और यूपी में हमारी सरकार ने कुत्ते की तरह गोली मारी'। ऐसे ही बयान हर रोज़ बीजेपी नेताओं के आ रहे हैं? क्या ऐसी भाषा कोई नेता बोल सकता है? वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्या बीजेपी नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन से तिलमिला गई है?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।