हरियाणा में हिंसा। पाँच की मौत । धर्मस्थल को नुकसान । क्या ये हिंसा रोकी जा सकती थी ? क्या ये हिंसा आने वाले चुनाव की बानगी है ? क्यों धार्मिक संगठनों को रैली निकालने की अनुमति दी गई ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, जावेद अंसारी, अजय शुक्ला और विकास नारायण राय ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।