'हाउडी मोदी' पर ख़ुशफ़हमी का माहौल क्यों खड़ा कर दिया गया है? शायद यह भूला दिया गया कि ट्रंप और मोदी दोनों ही बड़े 'शोमैन' हैं। ट्रंप एक बिजनेसमैन हैं, क्या वह बिना फ़ायदे के भारत के लिए कुछ करेंगे? कहीं 'हाउडी मोदी' भी कहीं एक और नोटबंदी तो साबित नहीं हो जाएगी? देखिए आशुतोष की बात में, 'हाउडी मोदी' क्यों हुआ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।