न्यूज़ चैनेल क्यों सरकार के निशाने पर हैं ? सरकार ने क्यों जारी की एडवाइज़री ? क्या वाक़ई चैनेल नफ़रत फैलाते हैं ? क्या वो ग़ैर ज़िम्मेदार हैं ? क्या उनकी वजह से समाज में सांप्रदायिकता फैल रही है ? आशुतोष के साथ चर्चा में आरफा खानम, स्मिता शर्मा, अभय कुमार दुबे, शिवकांत शर्मा और कमर वहीद नकवी ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।