नीतीश कुमार ने फिर से विपक्षी एकता का राग छेड़ा है। उन्होंने से सबसे बात कर ली है, अधिकांश एक मंच पर आने को तैयार है । क्या विपक्ष वाक़ई एक एकजुट हो मोदी को चुनौती दे पायेगा ? क्या गुजरात की जीत विपक्ष के हौसले पस्त करने के लिये काफ़ी नहीं है ? क्या भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस की क़िस्मत बदल पायेगी और मोदी के खिलाफ पार्टी को खड़ा कर पायेगी?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।