देश में अजीबोग़रीब स्थिति है। संसद का विशेष सत्र क्यों बुलाया गया है किसी को नहीं पता । सरकार इस बारे में मुँह नहीं खोलना चाह्ती है । देर शाम कैबिनेट बैठक हुयी। वहाँ से भी कोई खबर नहीं आयी । आखिर क्यों देश से छिपाया जा रहा है ? आशुतोष के साथ चर्चा में अजय आशिर्वाद, प्रिया सहगल, सतनाम सिंह मानक, शीतल पी सिंह और विनोद शर्मा ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।