राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण । भाषण के दौरान लगातार विपक्ष की नारेबाज़ी । प्रधानमंत्री का झुँझलाना और नेहरू गांधी परिवार पर निजी हमले करना क्या प्रमाण नहीं है कि वो अपने को फंसा महसूस करते हैं ? क्या वो विपक्ष के हमलों से बौखला गये हैं ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।