संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री के भाषण को सोशल मीडिया पर इतना ट्रैक्शन क्यों नहीं मिला ? क्यों राहुल की स्पीच को ज़्यादा लोगों ने देखा ? क्या है कारण - आशुतोष के साथ चर्चा में कार्तिकेय बत्रा, अंकित लाल, शीतल पी सिंह, रिया और शशि सिंह
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।