पश्चिम बंगाल में एक और 'एनआरसी आत्महत्या' हुई है। चुनाव आयोग की एसआईआर प्रक्रिया शुरू होने के तीन दिनों के भीतर दूसरी ऐसी आत्महत्या की घटना सामने आने से राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। बुधवार रात बीरभूम जिले के इलामबाजार में 95 वर्षीय क्षितिज मजूमदार ने कथित तौर पर मतदाता सूची सत्यापन की आशंका से त्रस्त होकर आत्महत्या कर ली। तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे बीजेपी की 'डर, विभाजन और नफरत की राजनीति' का परिणाम बताया।
बंगाल में एक और 'NRC आत्महत्या', SIR बन रहा जानलेवा? बीजेपी की राजनीति जिम्मेदार- ममता
- पश्चिम बंगाल
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- 30 Oct, 2025

पश्चिम बंगाल में NRC और SIR को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। एक और व्यक्ति की आत्महत्या के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति जिम्मेदार है।

ममता बनर्जी वोटर लिस्ट विशेष निरीक्षण
क्षितिज मजूमदार को उनकी बेटी के घर में एक कमरे की छत से लटका हुआ पाया गया। द टेलीग्राफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'परिवार का आरोप है कि बुजुर्ग व्यक्ति मतदाता सूची सत्यापन प्रक्रिया से बाहर होने के डर से गंभीर तनाव में थे।' परिवार के सदस्यों ने खुलासा किया कि मजूमदार 2002 की मतदाता सूची में अपना नाम न पाकर चिंतित थे। एक रिश्तेदार ने कहा, 'वे अक्सर कहते थे कि 2002 की सूची में नाम न होने से क्या उन्हें बांग्लादेश जाना पड़ेगा?' इससे वे मानसिक रूप से गंभीर तनाव में थे। यह घटना एसआईआर ड्राइव शुरू होने के बाद दूसरी मौत है। चार नवंबर से बूथ लेवल ऑफिसर्स यानी बीएलओ घर-घर जाकर 2002 की सूची से मतदाताओं का मिलान और लिंकिंग करेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को एसआईआर की घोषणा की थी।

























