‘बाहरी लोगों’ और ‘ग़ैर-बंगालियों’ की पार्टी होने के आरोपों की काट निकालने के लिए भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल ईकाई ने अब ‘जय श्री राम’ के साथ ‘जय माँ काली’ का नारा भी अपना लिया है। प्रतीकों की राजनीति के खेल में पश्चिम बंगाल में अब यह होड़ लग गई है कि कौन अधिक बंगाली है और कौन बंग संस्कृति को लेकर अधिक सजग है। बीजेपी ने मुसलिम तुष्टीकरण के आरोपों को लेकर जिस तरह ममता बनर्जी की घेराबंदी की और उन्होंने उसके जवाब में ‘बंगालीपन’ का कार्ड खेला, उससे तिलमिलाई बीजेपी अब ‘जय श्री राम’ को थोड़ा पीछे खिसका कर ‘जय मां काली’ को सामने ला रही है।
बंगाल में प्रतीकों की राजनीति तेज़, अब बीजेपी कहेगी ‘जय माँ काली’
- पश्चिम बंगाल
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- 5 Jun, 2019
पश्चिम बंगाल में प्रतीकों की राजनीति तेज़ हो गई है। ‘जय श्री राम’ की वजह से बाहरी लोगों की पार्टी कहे जाने पर पश्चिम बंगाल बीजेपी अब ‘जय माँ काली’ का नारा ले कर आई है।
