तालिबान भले ही यह दावा करे कि वह 'नया तालिबान' है और किसी के ख़िलाफ़ बदले की कार्रवाई नहीं की जाएगी, सच यह है कि उसने बदला लेना शुरू कर दिया है।
तालिबान ने बामियान में अब्दुल अली हज़ारा की मूर्ति तोड़ी
- दुनिया
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- 18 Aug, 2021
तालिबान लड़ाकों ने अफ़ग़ानिस्तान के बामियान में अब्दुल अली हज़ारा की मूर्ति तोड़ दी है। क्या यह शिया हज़ारा और दूसरे अल्पसंख्यकों के लिए संकेत है?

एक ताज़ा घटनाक्रम में तालिबान लड़ाकों ने मशहूर शिया हज़ारा नेता अब्दुल अली हज़ारा की मूर्ति तोड़ दी है।
अब्दुल अली हज़ारा समुदाय के बहुत ही प्रतिष्ठित नेता थे, तालिबान ने 1995 में उनका अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी। उसके बाद बामियान में उनकी मूर्ति स्थापित की गई थी।
तालिबान लड़ाकों ने मंगलवार को उनकी मूर्ति तोड़ दी।