तमाम राजनयिक मानदंडों और अंतरराष्ट्रीय परंपराओं को ताक पर रख कर नरेंद्र मोदी ने भले ही 'हाउडी मोडी' कार्यक्रम में डोनल्ड ट्रंप को वोट देने की अपील कर दी और कोरोना के ख़तरों को नज़रअंदाज करते हुए उनका भारत में भव्य स्वागत किया, भारतीय मूल के अमेरिकी वोटर उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। भारतीय प्रधानमंत्री की अपील को अनसुनी करते हुए ज़्यादा भारतीय अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन को वोट दे सकते हैं।
22% भारतीय-अमेरिकी ही ट्रंप के पक्ष में
- दुनिया
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- 2 Nov, 2020

वे भारतीय नहीं, भारतीय अमेरिकी हैं। उनकी अपनी समस्याएं हैं, अपनी पसंद हैं, अपने हित हैं, उनका वोटिंग पैटर्न उनसे प्रभावित होता है। उन पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि उनके मूल देश का प्रधानमंत्री क्या फतवा जारी करता है। भारत में भले ही मोदी अब भी सबसे लोकप्रिय नेता हों, अमेरिका में नहीं हैं। अमेरिका में रहने वाले भारतीय उनकी क्यों सुनें?