भारत के विदेश मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि दोनों पक्षों को कूटनीति और संवाद के मौजूदा चैनलों का उपयोग करके स्थिति को शांत करना चाहिए और किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई से बचना चाहिए।
इसराइल के राजदूत जोशुआ ज़ार्का ने कहा कि फ्रांस को हमले से पहले सूचित नहीं किया गया क्योंकि वह अब पहले जैसा करीबी सहयोगी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमले कई दिनों तक चलेंगे और इसका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकना है।