डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ़ के बाद भारत और अमेरिका के बीच आए तनाव को लेकर अब अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि 'दो महान देश इसे हल कर लेंगे।' उनका यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाक़ात के बाद आई है। बेसेंट अकेले शख्स नहीं हैं जिन्होंने इस तरह का आशावादी रूख दिखाया है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी भारत और अमेरिका को पक्का दोस्त बताया। भारत के ख़िलाफ़ लगातार ज़हर उगलने वाले व्हाइट हाउस के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने भी दबी जुबान में कहा कि भारत को अमेरिका के साथ रहने की ज़रूरत है, न कि रूस के साथ।