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फ़ोटो साभार: स्मज़ ब्लॉग।

अमेरिका में विवाह दर में ऐतिहासिक कमी; इतनी कमाई नहीं कि शादी की हिम्मत करें?

अमेरिका में लोग शादी करने से क्यों कतरा रहे हैं? यह सवाल इसलिए कि वहाँ शादी करने वालों की दर अब तक के रिकॉर्ड किए गए इतिहास में सबसे कम है। शादी करने वालों की दर से मतलब है कि प्रति हज़ार जनसंख्या में हर साल कितनी शादियाँ होती हैं। आसान तरीक़े से कहें तो इस एक हज़ार जनसंख्या में वे लोग भी शामिल होते हैं जो शादीशुदा होते हैं और किशोर व बच्चे भी। इसलिए हर हज़ार लोगों में से शादी करने की उम्र वाले लोगों की संख्या बहुत कम ही होती है। अभी जो ताज़ा आँकड़ा आया है वह 2018 का है। प्रति एक हज़ार जनसंख्या में सिर्फ़ 6.5 जोड़े ने शादियाँ कीं। 1867 में रिकॉर्ड किए जाने के बाद से यह सबसे कम है। एक समय था जब 1946 में हर एक हज़ार जनसंख्या पर 16.4 जोड़े ने शादी की थी। फिर अब 2018 में ऐसा क्या हो गया? 

शादी की दर में गिरावट क्यों आई? क्या आर्थिक तंगी की वजह से या फिर पैसे बचाने के लिए बिना शादी ही साथ जीवन बिताने को तरजीह देने के कारण? जब 2018 में स्थिति ऐसी थी तो कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बाद आर्थिक हालात बेहद बिगड़ने पर अब क्या होगा?

अमेरिका की सरकारी एजेंसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य सांख्यिकी केंद्र ने यह ताज़ा आँकड़ा जारी किया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, रिपोर्ट के प्रमुख लेखक सैली कर्टिन ने कहा, 'आज के युवाओं की शादी के साल, उनके 20 और 30 के दशक हैं, और इसके बावजूद यह (शादी दर) गिर रही है। यह ऐतिहासिक है।' हालाँकि सैली कहती हैं कि शादियों में इतनी तेज़ी से गिरावट की कोई साफ़ वजह पता नहीं चली है। 

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लेकिन इस सबके बीच माना जा रहा है कि आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण और बिना शादी किए ही साथ रहने के कारण ऐसी स्थिति आई होगी। कई ऐसी रिपोर्टें आती रही हैं कि कई जोड़े शादियों में पैसे ख़र्च करना नहीं चाहते हैं और साथ-साथ ज़िंदगी बिताने लगते हैं।

आर्थिक स्थिति को इसलिए बड़ा कारण माना जा रहा है क्योंकि ऐसी ही स्थिति तब देखने को मिली थी जब दुनिया में 1930 में भयावह आर्थिक मंदी आई थी। अमेरिका भी काफ़ी ज़्यादा प्रभावित हुआ था। तब एक हज़ार जनसंख्या पर क़रीब 7 जोड़े ने शादी की थी। इसके बाद जैसे-जैसे आर्थिक हालात सुधरते गए शादी करने वाले लोगों की दर बढ़ती गई। दूसरे विश्व युद्ध ख़त्म होने के बाद 1946 में यह दर 16.4 तक पहुँच गई थी। यहाँ बता दें कि अमेरिका भले ही विश्व युद्ध में शामिल था लेकिन यह अमेरिका की धरती पर नहीं लड़ा गया था। हालाँकि जापान में अमेरिका के पर्ल हार्बर बंदरगाह पर हमला किया था, लेकिन इसके बाद उस युद्ध में अमेरिकी ज़मीन पर वैसा कुछ हमला नहीं हुआ था। इसी कारण अमेरिका की अर्थव्यवस्था प्रभावित नहीं हुई थी। बल्कि युद्ध में शामिल दूसरी अर्थव्यवस्थाओं के कमज़ोर होने से अमेरिकी अर्थव्यवस्था और मज़बूत हुई थी। 

1946 और 1980 के बीच शादी करने की दर में तमाम उतार-चढ़ाव जारी रहा, लेकिन 1980 के बाद से इसमें लगातार गिरावट आ रही है। वैसे अमेरिकी अर्थव्यवस्था में भी गिरावट आ रही है। लेकिन अब एक बहुत बड़ा संकट सामने है। कोरोना वायरस महामारी का संकट।

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कोरोना महामारी से वैसे तो पूरी दुनिया ही प्रभावित हुई है, लेकिन सबसे ज़्यादा अमेरिका पर ही इसका असर हुआ है। लॉकडाउन किया गया है और आर्थिक गतिविधियाँ पूरी तरह बाधित हैं। पहले से ही आर्थिक हालात बिगड़ने की स्थिति से जूझ रहे अमेरिका के लिए इस कोरोना महामारी और लॉकडाउन को संभालना बेहद मुश्किल हो गया। अब जो रिपोर्टें आ रही हैं उसमें कहा जा रहा है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था 4-5 फ़ीसदी तक सिकुड़ सकती है। यानी साफ़ कहें तो नकारात्मक विकास दर रहेगी। इस बीच एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में बीते 6 हफ़्तों में 3 करोड़ से ज़्यादा लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। जिन लोगों ने श्रम विभाग में रोज़गार जाने के बाद मिलने वाली सुविधाओं और रियायतों को लिए आवेदन किए हैं, उनकी संख्या के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है। 

इस रिपोर्ट और दूसरी रिपोर्टों के अनुसार अमेरिकियों के सामने गंभीर आर्थिक संकट है तो क्या अब अमेरिका में शादी करने वाले लोगों की दर में और गिरावट आएगी?

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क़मर वहीद नक़वी
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