क्या आरएसएस डॉ. अंबेडकर की विचारधारा को फिर से गढ़ने की कोशिश कर रही है? हिंदुत्व और अंबेडकरवादी सोच के बीच टकराव के बीच अचानक आया संघ का बदला हुआ रुख किस ओर इशारा करता है? समझिए आशुतोष की बात में।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।