एपस्टीन फाइल्स मामले में बिल गेट्स का नाम भी आया।
अमेरिका में इस समय सबसे ज़्यादा चर्चा है एपस्टीन फ़ाइल्स की। 18 दिसंबर को जो तस्वीरें जारी हुईं उनमें बिल गेट्स भी हैं। माइक्रोसॉफ्ट के सहसंस्थापक और दानवीर की छवि रखने वाले बिल गेट्स के अलावा कई और रसूखदारों की तस्वीरें भी सामने आयी हैं। कहा जा रहा है कि अमेरिका ही नहीं, पूरी दुनिया के रसूखदारों में धुकधुकी बढ़ी हुई है। भारत के भी कुछ ताक़तवर नेताओं उद्योगपतियों का नाम इस लिस्ट में है।
18 दिसंबर 2025 को डेमोक्रेट सांसदों ने यौन अपराधी एपस्टीन के ख़ज़ाने से मिली 70 नई फोटोज रिलीज कीं। इनमें बिल गेट्स, नोम चॉम्स्की, वुडी एलन, स्टीव बैनन जैसे बड़े नाम हैं। जेफरी एपस्टीन एक अमेरिकी फाइनेंसर था, जिसे अरबपति के साथ-साथ कुख्यात यौन अपराधी के तौर पर जाना जाता है। 2000 के दशक में उस पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और सेक्स ट्रैफिकिंग के गंभीर आरोप लगे। एपस्टीन के निजी जेट को "लोलिता एक्सप्रेस" कहा जाता था, और यूएस वर्जिन आइलैंड्स का लिटिल सेंट जेम्स द्वीप उसके अपराधों का केंद्र था जिसे "पेडोफाइल आइलैंड" भी कहा गया है।
लोलिता का इस्तेमाल
"लोलिता" एक प्रसिद्ध और विवादास्पद अंग्रेज़ी उपन्यास है जिसे व्लादिमीर नाबोकोव ने लिखा था। यह पहली बार 1955 में प्रकाशित हुआ था। यह कहानी हम्बर्ट नामक एक व्यक्ति की है जो एक 12 साल की लड़की डोलोरेस हेज़ (जिसे वह "लोलिता" कहता है) के प्रति जुनूनी हो जाता है। वैसे इसे एक साहित्यिक कृति माना जाता है, लेकिन विषयवस्तु के कारण यह नैतिक और कानूनी विवादों में भी घिरा रहा। एप्स्टीन ने लोलिता का इस्तेमाल अपने धंधे के लिए किया। लड़कियों के बदन पर इस नावेल के तमाम वाक्य उकेरे गये थे जिनकी तस्वीरें सामने आ रही हैं।
एप्स्टीन अमीर, चालाक और पावरफुल लोगों से दोस्ती में माहिर था। लेकिन असल में वो एक सेक्स ऑफेंडर था, जो नाबालिग लड़कियों का ट्रैफिकिंग करता था। उसने अमीर-रसूखदार लोगों के लिए "मसाज" के बहाने लड़कियां सप्लाई कीं – जो उसका असल धंधा था। वह 2008 में पहली बार पकड़ा गया, लेकिन हल्की सज़ा मिली। 2019 में सेक्स ट्रैफिकिंग के चार्ज में हिरासत में लिया गया लेकिन जेल में उसने आत्महत्या कर ली – कहते हैं कि उसे मारा गया ताकि बहुत से राज़ बेपर्दा न हो सकें।एपस्टीन की पार्टनर थी ब्रिटिश सोशलाइट गिस्लेन मैक्सवेल। वो लड़कियाँ रिक्रूट करती थी। 2021 में मैक्सवेल को 20 साल की सजा हुई। अभी दिसंबर 2025 में उसने नई अपील की है। उसने कहा, "नया सबूत मिला, मुझे फेयर ट्रायल नहीं मिला"।
एपस्टीन फाइल्स में क्या-क्या दस्तावेज?
एपस्टीन फाइल्स अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट और FBI के वे दस्तावेज हैं, जो एपस्टीन की जांच से जुड़े हैं। इनमें कोर्ट रिकॉर्ड, गवाहों के बयान, फ्लाइट लॉग्स, कॉन्टैक्ट लिस्ट, कॉल रिकॉर्ड, और वीडियो शामिल हैं। कुछ साजिश सिद्धांतों यानी कान्स्पिरेसी थ्योरीज़ के मुताबिक, एपस्टीन ने अपने रसूखदार दोस्तों—राजनेताओं, बिजनेसमैन, और सेलेब्रिटीज—को अपने द्वीप और घरों में बुलाकर उनकी गतिविधियों को रिकॉर्ड किया और इसका इस्तेमाल ब्लैकमेल करने के लिए किया। कुछ लोग मानते हैं कि वह मोसाद के लिए काम करता था, ताकि शक्तिशाली लोगों को नियंत्रित किया जा सके। हालाँकि, इस दावे का कोई ठोस सबूत नहीं है।
वैसे, यह कहना भी ठीक नहीं कि एपस्टीन के साथ जिनकी भी तस्वीरें हैं, वे सभी यौन अपराधी थे या हैं। संभव हो कि एपस्टीन के असल रूप को लोग न जानते रहे हों। लेकिन तमाम लोग इसी वजह से उससे जुड़े, यह भी सच है। एपस्टीन के प्राइवेट आइलैंड – लिटिल सेंट जेम्स में बड़े-बड़े लोग आते थे। अतिथियों में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से लेकर इंग्लैंड के प्रिंस एंड्र्यू जैसे नाम थे। लेकिन नाम आने से क्राइम साबित नहीं होता – कई ने कहा वो सिर्फ घूमने गये थे। उन्होंने कोई अपराध नहीं किया।ख़ुद ट्रंप भी फँसे
ख़ुद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस मामले में फँसे हैं। एपस्टीन के साथ उनकी तमाम तस्वीरें हैं। लेकिन अब उनकी सरकार ने एपस्टीन फाइल को सार्वजनिक करने की बात मान ली है। दरअसल, अमेरिकी कांग्रेस ने "एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट" पास किया, जिस पर प्रेसिडेंट ट्रंप ने नवंबर 2025 में साइन कर दिया। इसके मुताबिक़ जस्टिस डिपार्टमेंट को 19 दिसंबर तक सारी फाइल्स रिलीज करनी हैं।
इससे पहले, हाउस ओवरसाइट कमिटी को एपस्टीन के अड्डों से 95,000 तस्वीरें मिलीं थीं। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद इसे किस्तों में जारी कर रहे हैं।
लेकिन इन तस्वीरों का संदर्भ स्पष्ट नहीं है। कई लोग कह रहे हैं "ये सिर्फ सोशल फोटोज हैं, क्राइम प्रूफ नहीं"। ट्रंप और क्लिंटन ने कहा कि वो एपस्टीन से दूर हो गये थे। क्राइम की उन्हें जानकारी नहीं। गेट्स ने भी अफ़ोस जताया है लेकिन सोशल मीडिया पर #EpsteinFiles ट्रेंड कर रहा है। लोग नए नामों के खुलासे से हैरान हैं।ट्रंप पर क्या आरोप लगते हैं?
यह सच है कि ट्रंप और एपस्टीन 1980 और 1990 के दशक में दोस्त थे। दोनों पाम बीच, फ्लोरिडा में पड़ोसी थे और सामाजिक आयोजनों में साथ दिखते थे। फ्लाइट लॉग्स के मुताबिक, ट्रंप ने 1993 से 1997 के बीच एपस्टीन के निजी जेट में सात बार यात्रा की। 2002 में ट्रंप ने न्यूयॉर्क मैगजीन को दिए इंटरव्यू में एपस्टीन को "टेरिफिक गाय" कहा और बताया था कि उन्हें "खूबसूरत महिलाएं पसंद हैं, खासकर कम उम्र की।" लेकिन 2019 में, जब एपस्टीन की गिरफ्तारी हुई, ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 15 साल पहले उनसे रिश्ता तोड़ लिया था।
बहरहाल, एप्स्टीन फाइल्स को लेकर भारत में भी काफ़ी उत्सुकता है। भारत में बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी समेत कई अन्य नेताओं ने दावा किया है कि एपस्टीन फाइल्स भारतीय राजनीति में भी धमाका करेगी।
नवंबर में जारी एपस्टीन फाइल्स से जुड़े दस्तावेज़ो में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी और उद्योगपित अनिल अंबानी के नाम हैं। लेकिन इनका संदर्भ मुलाक़ात करने या कराने से है। अभी तक कोई ऐसी बात नहीं आयी है जिससे कहा जाये कि एपस्टीन के आपराधिक कारनामों में किसी भारतीय नेता की संलिप्ततता है। लेकिन एपस्टीन जैसे यौन अपराधियों की पहुँच भारत के बड़े-बडे़ लोगों तक थी, इसमें कोई शक नहीं। बहरहाल, पूरी तस्वीर सामने आने के बादी ही यह पता चलेगा कि भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में कोई धमाका होता है या फिर ये बादल बिना बरसे ही आगे बढ़ जायेंगे।