जनता दल (यू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शासित और “अविकास” और बदहाल गवर्नेंस के लिए कुख्यात बिहार के “महामहिम” को अब सब कुछ ठीक लग रहा है लेकिन वही जब गुड गवर्नेंस के लिए देश भर में विख्यात गैर-भाजपा शासित केरल के महामहिम थे तो सब कुछ खराब था और वहाँ की सरकार को पद-पग पर उनके अवरोध का सामना करना पड़ता था. भाजपा के एक उपमुख्यमंत्री सेना को “यशस्वी” मोदी के चरणों में गिरा बताते हैं और दूसरा मंत्री सेना की प्रखर प्रवक्ता को लेकर, बकौल हाईकोर्ट “गटर छाप” टिप्पणी करता है तो पूरी पार्टी दोनों को बचाने खड़ी हो जाती है.
राष्ट्रपति के 14 सवालों का सचः संवैधानिक नैतिकता का पतन
- विश्लेषण
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- 17 May, 2025

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
भारत में संवैधानिक नैतिकता का क्षरण अपने चरम पर है। विधेयकों पर राज्यपालों की देरी से लेकर सुप्रीम कोर्ट के समयसीमा संबंधी फैसले और राष्ट्रपति द्वारा उसे चुनौती देने वाले 14 सवाल तो यही बता रहे हैं।