लोकसभा चुनाव 2024 महासंग्राम साबित होने जा रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों कमर कस रहे हैं। भाजपा के पास नरेंद्र मोदी नाम का अपना वही जाना-पहचाना चेहरा है, जिसके सहारे वो फिर से इस महासंग्राम में उतर चुकी है। भाजपा के पास मोदी सरकार के कामकाज के दस साल से लेकर हिन्दुत्व एजेंडे के बारे में बताने को बहुत कुछ है तो विपक्ष की ताकत उसकी एकजुटता और कांग्रेस के राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में छिपी है। विपक्ष को लगता है कि भाजपाई मार्का हिन्दू ध्रुवीकरण की काट का जवाब एकजुट होकर दिया जा सकता है। जिसमें सामाजिक न्याय से लेकर पिछड़ों का ध्रुवीकरण तक शामिल है। जनता से जुड़े महंगाई, बेरोजगारी, चंद कारोबारियों को संरक्षण जैसे मुद्दे तो हैं ही लेकिन विपक्ष का जोर मंडल समर्थकों को एक मंच देने की कोशिश पर है। तो, 2024 में मंडल और कमंडल राजनीति का नया संस्करण जनता की परीक्षा लेने फिर से आ रहा है।
महासंग्राम 2024 में मंडल-कमंडल राजनीति का नया अवतार
- विश्लेषण
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- 29 Mar, 2025

आम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। सारी पार्टियां अपने-अपने अंदाज में तैयारी कर रही है। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक विनोद अग्निहोत्री बता रहे हैं कि मंडल-कमंडल राजनीति का नया संस्करण कैसा होगा।