दिल्ली विधानसभा के 2013 चुनावों से कुछ समय पहले की बात है। तब की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित सुबह-सुबह किसी एक संपादक से नाश्ते पर मुलाकात किया करती थीं। एक दिन मुझे भी आमंत्रण मिला। राजनीति पर बातें हुईं तो मैंने उनसे कहा कि आजकल दिल्ली के हर ऑटो के पीछे आपकी और अरविंद केजरीवाल की फोटो लगी है। केजरीवाल की फोटो के नीचे ईमानदार और आपकी फोटो के नीचे बेईमान लिखा है। ये सभी पोस्टर आम आदमी पार्टी लगा रही थी। मेरा मानना था कि अगर कोई व्यक्ति अपने आपको ईमानदार कहता है तो किसी को एतराज नहीं होना चाहिए लेकिन वह बिना किसी सबूत के वह दूसरे को बेईमान कैसे कह सकता है? शीला जी इस मामले में अनजान बने रहना चाहती थीं या फिर यह सोचती थीं कि ऐसे आरोपों का खंडन करके या फिर कोई क़ानूनी कार्रवाई करके केजरीवाल को क्यों महत्व दें?
राजिंदर गुप्ता राज्यसभा उम्मीदवार: केजरीवाल को अब हुई इमेज की चिंता!
- विश्लेषण
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- 8 Oct, 2025

आम आदमी पार्टी ने उद्योगपति राजिंदर गुप्ता को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। क्या यह कदम अरविंद केजरीवाल की ‘आम आदमी’ वाली अपनी छवि को बचाने की कोशिश है या नई राजनीतिक रणनीति का हिस्सा?
दरअसल, शीला दीक्षित को ऐसा लगता था कि इस तरह उनका चरित्र हनन करने की केजरीवाल की कोशिशें नाकाम रहेंगी। उन्हें अपने नाम और काम पर विश्वास था लेकिन जब नतीजे आए तो पता चला कि केजरीवाल ने शीला दीक्षित को बेईमान-बेईमान कहकर उनकी प्रतिष्ठा को इतनी ज़्यादा ठेस पहुंचाई थी कि वह केजरीवाल के हाथों ही नई दिल्ली इलाक़े से हार गईं और 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस का आँकड़ा उन चुनावों में आठ पर और उसके बाद के तीन चुनावों में शून्य पर अटक गया।