महाभारत का युद्ध ख़त्म हो गया था और पांडव सेना में हर कोई उस जीत का श्रेय लेना चाहता था। युधिष्ठिर जानते और मानते थे कि इस युद्ध की जीत सिर्फ़ वासुदेव यानी भगवान कृष्ण की वजह से हुई है। युद्ध को समझने के लिए एक ऐसे निष्पक्ष व्यक्ति की तलाश थी जिसने पूरा युद्ध देखा हो और निष्पक्ष वर्णन कर सके। राजा बर्बरीक के शीश ने वह पूरा युद्ध देखा था। वो महाबली भीम के पौत्र और घटोत्कच के बेटे थे। जब उनसे पूछा गया तो महाबली बर्बरीक ने कहा कि मुझे तो युद्ध में दुश्मन पक्ष से लड़ते सिर्फ वासुदेव ही दिखाई दिए। हर जगह वासुदेव लड़ रहे थे।
2024 में क्या मोदी ब्रांड काम करेगा?
- विश्लेषण
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- 31 Dec, 2023

मोदी अपनी तीसरी पारी के साथ भारत को दुनिया की तीसरी इकॉनमी बनने का दम भर कर एक नया ताकतवर सपना दिखा रहे हैं, क्या विपक्ष के पास कोई मज़बूत सपना है बेचने के लिए? आख़िर विपक्ष कैसे लड़ेगा मोदी से?
महाभारत की इस पौराणिक कथा को बीजेपी और संघ से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने मुझे उस सवाल के जवाब में सुनाया जब मैंने उनसे बीजेपी की 2019 में हुई शानदार जीत और उसके बाद विधानसभा चुनावों में एक के बाद एक जीत का कारण जानना चाहा। उनका कहना था कि बीजेपी की तरफ़ से युद्ध में सिर्फ़ मोदी ही लड़ रहे हैं। चुनावी समर में यूं तो हर कोई अपनी तरफ से मैदान में है लेकिन उसकी ताकत, उसका चेहरा, उसका भरोसा सिर्फ़ नरेन्द्र मोदी हैं जिसकी वजह से ये जीत हासिल हो रही है। उन्होंने कहा कि साल 2014 के चुनावों में तो सच मानिए कि मतदातों को अपने संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवार के बारे में कोई जानकारी तक नहीं थी लेकिन उसने मोदी के नाम पर वोट दिया और कमोबेश यही हाल 2019 के चुनावों में रहा अन्यथा करीब पचास से ज़्यादा सांसदों के ख़िलाफ़ एंटी इंकंबेंसी थी और उनका जीतना मुश्किल था, लेकिन बीजेपी 282 से बढ़कर 303 तक पहुंच गई।