नेपाल में 24 घंटों के भीतर एक ऐसी उथल-पुथल हुई जिसने सरकार को घुटनों पर ला दिया। सोशल मीडिया पर लगे बैन के खिलाफ भड़का जेनरेशन-Z का आक्रोश इतना तीव्र था कि गृहमंत्री रमेश लेखक और प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा। राजधानी काठमांडू समेत कई शहर हिंसा की चपेट में आये, जिसमें 21 युवाओं की जान चली गयी और क़रीब चार सौ घायल हैं। सरकार ने सोशल मीडिया पर पाबंदी हटा ली, लेकिन जनता का गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ। श्रीलंका और बांग्लादेश के बाद नेपाल दक्षिण एशिया का तीसरा देश बन गया, जहाँ युवा आक्रोश ने देखते ही देखते सत्ता को बदल दिया।