‘द बंगाल फ़ाइल्स’ सहित तमाम प्रोपोगैंडा फ़िल्मों का पिटना नफ़रती राजनीति के अंत की शुरुआत!
‘द बंगाल फ़ाइल्स’ सहित कई प्रोपेगैंडा फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो रहीं। क्या यह नफ़रत आधारित राजनीति के अंत की शुरुआत है? जानें दर्शकों की राय और विश्लेषण।
वायसरॉय लार्ड माउंटबैटन ने गाँधी की प्रशंसा करते हुए कहा, "जहाँ कहीं गाँधी गये, दंगे रुक गए। उन्होंने चमत्कार किया... एक व्यक्ति के साहस और दृढ़ संकल्प से वह रुक गया, जो हजारों सैनिक नहीं रोक पाए।" लेकिन विवेक अग्निहोत्री फ़िल्म में गाँधी को एक कमज़ोर व्यक्ति के रूप में दिखाते हैं।