राहुल गांधी ने जाति आधारित जनगणना की मांग को फिर से दोहराया है। सवाल है कि इस पहल का निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण और सामाजिक न्याय पर क्या प्रभाव पड़ेगा? जानिए इसके राजनीतिक और नीतिगत मायने।