राहुल गांधी की आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार के परिजनों से उनके घर हुई मुलाकात से बीजेपी में हलचल मच गई है। इसके मायने क्या हैं? आशुतोष ने प्रो. रविकांत से की तीखी और गहरी बातचीत।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।