जगनमोहन रेड्डी (दाएं) और चंद्रबाबू नायडू (बाएं)
चंद्रबाबू की कैद को उनके परिवार ने टीडीपी के लिए सहानुभूति लहर में बदल दिया। टीडीपी की इस बड़ी जीत के पीछे नायडू के अलावा उनके बेटे लोकेश और पत्नी भुवनेश्वरी की कोशिशों को झुठलाया नहीं जा सकता। नायडू ने जेल से बाहर आने के बाद अपनी पार्टी का जो घोषणापत्र जारी किया, उसमें आंध्र प्रदेश के मुसलमानों से आरक्षण का वादा किया। यह गेमचेंजर हुआ। चंद्रबाबू पहले भी राज्य के सीएम रहे हैं और उन्हें विकास के लिए जाना जाता है। उनकी वो छवि बरकरार रही। युवाओं ने उनका बहुत समर्थन किया।