असम विधानसभा चुनाव से पहले वोटरों को आकर्षित करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस में होड़ सी मची हुई है। एक तरफ़ सत्ता में काबिज रहने का फायदा उठाते हुए बीजेपी ने हर वर्ग के लोगों को लुभाने के लिए चुनाव से पहले पैसों की बरसात कर दी तो दूसरी तरफ़ कांग्रेस ने भी चुनाव जीतने पर पाँच अहम वादों को पूरा करने की गारंटी दी है। अब देखना यह है कि ऐसे तोहफों का चुनाव में मतदाताओं पर कैसा असर होता है।
असम: मुद्दे नहीं, लुभावने वादों की बाढ़; पिछले वादे भूल जाइए!
- असम
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- 7 Mar, 2021

असम विधानसभा चुनाव से पहले वोटरों को आकर्षित करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस में होड़ सी मची हुई है। ऐसे तोहफों का चुनाव में मतदाताओं पर कैसा होगा?
वैसे तो असम में बीजेपी के नेता सार्वजनिक सभाओं में मीडिया के उन सवालों से बचते रहे हैं जिनके ज़रिये मीडिया उन मुद्दों को उठाता है, जिन पर बीजेपी 2016 में सत्ता में आई थी। पार्टी इसके बजाय विकास योजनाओं की बाढ़ से लोगों को अभिभूत करना चाहती है। हालाँकि पार्टी पिछले चुनावों में असम के लोगों से किए गए एक भी वादे को पूरा करने में विफल रही है।