असम के मशहूर गायक ज़ुबीन गर्ग की मौत के मामले में विशेष जांच दल (SIT) ने चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। SIT ने शुक्रवार को गुवाहाटी के कामरूप कोर्ट में करीब 12 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इसमें सिंगापुर प्राधिकरणों से प्राप्त दस्तावेजों के अलावा असम में एकत्र सबूतों को शामिल किया गया है।

चार्जशीट में ज़ुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, सह-गायिका और बैंडमेट अमृतप्रवा महंता, संगीतकार और बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी तथा सिंगापुर में नॉर्थईस्ट फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंता पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 के तहत हत्या का आरोप लगाया गया है।

इसके अलावा ज़ुबीन के चचेरे भाई और असम पुलिस कर्मी संदीपन गर्ग पर BNS धारा 105 के तहत गैर इरादतन हत्या का आरोप है, जबकि उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) परेश बैश्य और नंदेश्वर बोरा पर आपराधिक साजिश और आपराधिक विश्वासघात के आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में कुल सात लोग गिरफ्तार किए गए थे।

ताज़ा ख़बरें
मामले की पृष्ठभूमि में ज़ुबीन गर्ग सिंगापुर के नॉर्थईस्ट फेस्टिवल में परफॉर्म करने गए थे। यॉट पर स्विमिंग के दौरान वे पानी में गिर गए और उनकी मौत हो गई। इस घटना के समय उनके मैनेजर, बैंडमेट्स, चचेरा भाई और PSO साथ थे।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, “हमने वादा किया था कि कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेंगे। कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया है, एक पर गैर इरादतन हत्या और दोनों PSO पर अन्य आरोप हैं।”

उन्होंने कहा, “सिंगापुर से दस्तावेज लेने के बावजूद हमने अपना केस असम में स्वतंत्र रूप से एकत्र रिकॉर्ड्स से मजबूत बनाया है। लंबी जांच और कड़ी मेहनत के बाद चार्जशीट कोर्ट के सामने है। अब इंसाफ देने का काम अदालत का है।”

मुख्यमंत्री ने बताया कि अगला कदम गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से फास्ट-ट्रैक कोर्ट और विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति की मांग करना होगा, लेकिन यह तब होगा जब केस सत्र न्यायाधीश को सौंपा जाएगा और संज्ञान लिया जाएगा।

गौरतलब है कि सिंगापुर पुलिस ने अक्टूबर में प्रारंभिक जांच में कोई गड़बड़ी नहीं पाई थी और मौत को संदेहास्पद नहीं माना था। हालांकि असम सरकार ने साजिश का आरोप लगाते हुए जांच आगे बढ़ाई है। यह मामला असम में राजनीतिक हलचल का कारण बना हुआ है। अब सभी की नजरें अदालत की कार्यवाही पर टिकी हैं।

हिमंता बिस्वा सरमा की भूमिका विवादित क्यों

कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि SIT जांच को तेज करने और हत्या का आरोप लगाने के पीछे असल मकसद आरोपियों और सत्ता में बैठे लोगों (खासकर मुख्यमंत्री) के कथित संबंधों को छिपाना है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि मुख्यमंत्री का मुख्य आरोपी श्यामकानु महंता (नॉर्थईस्ट फेस्टिवल के आयोजक) से निकट संबंध है, और SIT का गठन इसी कनेक्शन को बचाने के लिए किया गया। विपक्ष का दावा है कि जांच में इन संबंधों को कवर-अप किया जा रहा है, जिससे राजनीतिक नुकसान कम से कम हो।


असम से और खबरें
हिमंत बिस्वा सरमा ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा कि जांच पारदर्शी है, चार्जशीट मजबूत है। उन्होंने विपक्ष पर ज़ुबीन के नाम पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया। यह मामला असम में काफी भावनात्मक और राजनीतिक रूप से संवेदनशील बना हुआ है, जहां जुबीन गर्ग को सांस्कृतिक आइकन माना जाता है।