बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 71 सीटों के लिए आज 53.54 प्रतिशत वोट पड़े। मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा और कहीं से किसी बड़ी हिंसा की ख़बर नहीं आई। हालाँकि सुबह-सुबह नक्सल-प्रभावित औरंगाबाद में केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल द्वारा बम बरामद किये जाने से सनसनी तो फैली, लेकिन सुरक्षा बलों ने मुस्तैदी से हालात क़ाबू कर लिए। यहां पुल के नीचे दो बम लगाए गए थे, लेकिन सीआरपीएफ़ ने इन्हें देख लिया और डिफ्यूज़ कर दिया। यहाँ नक्सली संगठनों ने चुनाव के बहिष्कार की अपील की थी।
आचार संहिता का उल्लंघन?
मतदान के दौरान बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार द्वारा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला भी उछला। वह मतदान करने पहुंचे तो उन्होंने कमल छाप मास्क पहन रखा था। उन्होंने वोट देते समय भी मास्क और पटका नहीं हटाया। पोलिंग बूथ के अंदर उनसे कहा गया कि वहां चुनाव चिह्न दिखाना आचार संहिता का उल्लंघन है, तो प्रेम कुमार ने जवाब दिया कि उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं थी।
चुनाव रद्द करने की मांग
जमुई से राजद प्रत्याशी विजय प्रकाश ने आरोप लगाया कि करीब 55 बूथों पर काफी देर तक ईवीएम काम नहीं कर रही थी। उन्होंने कहा कि ईवीएम बदली भी गई, फिर भी ऐसा होता रहा। उन्होंने वहां चुनाव रद्द करने की मांग की। उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार और बीजेपी को ज़िम्मेदार ठहराया है।बड़े उम्मीदवार
पहले चरण के चुनाव में बिहार सरकार के 6 मंत्री भी किस्मत आजमा रहे हैं। गया शहर से प्रेम कुमार, लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा, बांका से राम नारायण मंडल, जहानाबाद से कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, दिनारा से जयकुमार सिंह, राजपुर से संतोष कुमार निराला मैदान में हैं।इसके अलावा जमुई सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्वजिय सिंह की बेटी और राष्ट्रीय स्तर की गोल्ड मेडलिस्ट शूटर श्रेयसी सिंह बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ रही हैं। इमामगंज से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एनडीए उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं, उनके ख़िलाफ़ पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी राजद उम्मीदवार हैं। मोकामा सीट से बाहुबली अनंत सिंह और रामगढ़ सीट से आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह चुनाव लड़ रहे हैं।
कोरोना दिशा निर्देश
निर्वाचन आयोग ने कोरोना के मद्देनज़र मतदान के लिए ख़ास दिशानिर्देश जारी किये थे। इसके तहत एक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या 1,600 से घटाकर 1,000 कर दी गयी। साथ ही 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिये पोस्टल बैलेट की सुविधा उपलब्ध कराई गयी थी। इसके अलावा इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को सेनिटाइज किया गया, मतदान कर्मियों के लिये मास्क और सुरक्षा सामग्री और थर्मल स्कैनर, हैंड सेनिटाइजर, साबुन और पानी उपलब्ध कराया गया।
पहले चरण में राज्य के 16 ज़िलों की 71 सीटों के लिए कुल 1,066 उम्मीदवार मैदान में थे और मतदान के लिए 31 हज़ार मतदान केंद्र बनाए गए थे।
पहले चरण के उम्मीदवारों में सबसे उम्रदराज उम्मीदवार 79 साल के रामेश्वर पासवान हैं, जो सिकंदरा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। सबसे कम उम्र की उम्मीदवार 28 साल की दिव्या प्रकाश हैं, जो तारापुर से राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव की बेटी हैं।
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