Bihar Elections Modi Samastipur Rally प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को समस्तीपुर में जनता को आरजेडी-कांग्रेस से डराया। लेकिन अगला सीएम कौन होगा, नीतीश या कोई और इस पर अस्पष्टता बरकार रखी। मोदी सस्ते डेटा और रील के नाम पर वोट मांगे।
मोदी शुक्रवार को समस्तीपुर रैली में
बिहार में विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीखें घोषित होने के बाद पीएम मोदी शुक्रवार को समस्तीपुर में एनडीए की पहली रैली संबोधित करने पहुंचे। लेकिन नीतीश के सुशासन की याद दिलाते हुए उन्होंने एक बार भी नहीं कहा कि नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे। बिहार में यह सवाल अब जमकर पूछा जा रहा है कि एनडीए वापस लौटा तो सीएम कौन होगा। यह सारा मामला दरअसल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान के बाद बढ़ा, जिसमें उन्होंने कहा कि बिहार का अगला सीएम एनडीए या सबसे बड़ी पार्टी के विधायक तय करेंगे। उसके बाद नीतीश की विदाई की चर्चा गरम हो गई। यह रैली इसलिए भी याद रखी जाएगी कि मोदी ने सस्ते इंटरनेट डेटा और रील बनाने वाले युवाओं का हवाला देकर वोट मांगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समस्तीपुर में एक रैली में कहा, "अक्टूबर 2005 में बिहार को जंगल राज से मुक्ति मिली थी और नीतीश जी का सुशासन शुरू हुआ। लेकिन अगले 10 साल तक केंद्र में कांग्रेस ने बिहार को पिछड़ा रखने की कोशिश की। वे आपसे एनडीए को वोट देने की सजा ले रहे थे।" उन्होंने कहा, "बिहार जंगल राज को बाहर रखेगा। मैं यहां आने से पहले कर्पूरी ग्राम गया और उन्हें श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला। उनके आशीर्वाद से मेरे और नीतीश जी जैसे पिछड़े और गरीब परिवारों से आए लोग इस मंच पर हैं।"
मोदी ने महागठबंधन को लठबंधन कहा
मोदी ने कहा "जहां ‘लठबंधन’ एक-दूसरे को निशाना बनाने और खत्म करने में जुटे हैं, वहां NDA कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करना चाहिए। हमें महाराष्ट्र और हरियाणा की सफलता को दोहराना है।" उन्होंने कहा, "पीएम किसान निधि योजना के तहत बिहार के किसानों के खातों में 28,000 करोड़ रुपये भेजे गए, जिसमें समस्तीपुर के किसानों को 800 करोड़ रुपये मिले। NDA बिहार को समृद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि RJD और कांग्रेस के नेता अपने परिवारों के कल्याण में व्यस्त हैं।"
इंटरनेट डेटा और रील के नाम पर वोट मांगेः मोदी ने कहा- "हमने एक ऐसी व्यवस्था बनाई है जहाँ 1 जीबी डेटा की कीमत 1 कप चाय से ज़्यादा नहीं है, यह इस 'चायवाले' ने सुनिश्चित किया है। इसका सबसे ज़्यादा फ़ायदा बिहार के युवाओं को हुआ है। ये रीलें और जो भी रचनात्मकता आप देख रहे हैं, वह सब भाजपा-एनडीए सरकार की बदौलत है। इसलिए एक बार फिर एनडीए सरकार।" मोदी के भाषण का यह अंश सामने आते ही लोगों ने सोशल मीडिया पर मोदी के इस बयान की आलोचना शुरू कर दी है। उनका है कि मोदी के पास बिहार के युवकों को देने के लिए सस्ता डेटा है। वे बिहार के युवकों को सस्ते डेटा और रील में ही उलझाए रखना चाहते हैं।
लालटेन चाहिए क्याः मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने भीड़ से अपने मोबाइल की लाइटें जलाने को कहा और जब बड़ी संख्या में लोगों ने ऐसा किया तो उन्होंने आरजेडी के चुनाव चिन्ह का जिक्र करते हुए चुटकी ली, "इतनी रोशनी है, हर एक के हाथ में रोशनी है, तो लालटेन चाहिए क्या... बिहार को लालटेन और उनके साथी नहीं चाहिए।"
बार-बार जंगल राज का जिक्र
जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार जंगलराज का जिक्र किया। उन्होंने जनता से पूछा, "अगर यह 'जंगल राज' वाली सरकार होती, तो क्या आपके (लोगों के) खाते में पैसे आते?" प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार ने बिहार को यूपीए सरकार की तुलना में तीन गुना ज़्यादा धनराशि दी है।
इससे पहले भी पीएम मोदी ने कहा था, "यह चुनाव बिहार के इतिहास में नया अध्याय लिखने का है... युवा इसमें अहम भूमिका निभाएंगे... बिहार के लोग अगले 100 साल तक ‘जंगल राज’ को नहीं भूलेंगे, चाहे विपक्ष अपनी गलतियों को कितना ही छिपाने की कोशिश करे।"