बिहार चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी विधायक संगीता कुमारी को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने उन्हें वापस लौटने को मजबर कर दिया। लोगों ने सवाल उठाया- ‘विकास कहां है?’
बीजेपी विधायक संगीता कुमारी का विरोध
बिहार में चुनाव से पहले सियासत तो गरम है ही, लेकिन इस बार ज़मीनी स्तर पर भी माहौल काफी गरमाता नज़र आ रहा है। जिन इलाक़ों में सालों से जनता की परेशानियों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, वहाँ अब लोग नेताओं से सीधे सवाल पूछ रहे हैं। हाल ही में बिहार के तीन ज़िलों से ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जहाँ बीजेपी उम्मीदवारों को प्रचार के दौरान जनता के ग़ुस्से का सामना करना पड़ा।
बिहार के कैमूर ज़िले के मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में रविवार देर शाम बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक संगीता कुमारी को चुनाव प्रचार के दौरान लोगों के ग़ुस्से का सामना करना पड़ा। जब संगीता मोहनपुर गांव के गोवर्धनपुर और रामपुर टोला पहुंचीं, तो ग्रामीणों ने ज़ोरदार विरोध शुरू कर दिया। लोग ‘विकास कहां है?’ के नारे लगाने लगे और देखते ही देखते माहौल गरम हो गया। हालात बिगड़ते देख सुरक्षाकर्मियों को संगीता कुमारी को तुरंत गाड़ी में बैठाकर वहाँ से निकालना पड़ा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीणों की नाराज़गी साफ़ दिखाई दे रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले पाँच साल में मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में कोई बड़ा विकास का काम नहीं हुआ। सड़कों की हालत अब भी वैसी ही है, और इलाक़े में रोजगार के मौक़े भी नहीं बढ़े। लोगों का आरोप है कि उनकी समस्याओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया, जिसकी वजह से इलाके का विकास रुक गया है। यही वजह है कि गांव वालों का ग़ुस्सा अब खुलकर सामने आ गया है।
इस विरोध का वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से फैल रहा है और लोग इस पर अपनी राय दे रहे हैं।
वहीं, इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक संगीता कुमारी ने कहा कि विरोध करना तो लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन एक महिला प्रतिनिधि के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। संगीता ने कहा कि ये सब विपक्ष की सोची सझी साज़िश है।
दरभंगा में विधायक को भगाया
कुछ ऐसी ही घटना दरभंगा के बीजेपी विधायक रामचंद्र प्रसाद के साथ घटी। रामचंद्र जैसे ही चुनाव प्रचार करने निकले कि जनता का गुस्सा इनपर फूट पड़ा। बीजेपी नेता के खिलाफ ‘चोर-चोर’ के नारे लगाए जाने लगे और दरभंगा से भगा दिया गया। जनता का आरोप है कि बीजेपी विधायक रामचंद्र ने चुनाव के वक़्त बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन जीतने के बाद इलाक़े में दिखे तक नहीं।
भभुआ में पूछा- हमारे लिए आपने क्या किया?
ये कोई पहली बार नहीं है जब बीजेपी नेताओं के ख़िलाफ़ जनता का ग़ुस्सा भड़का हो। हाल ही में भभुआ के पूर्व विधायक और बीजेपी उम्मीदवार भरत बिंद का भी जनता ने रास्ता रोक लिया और पूछा था- ‘हमारे लिए आपने किया ही क्या है, जो फिर से वोट मांगने आ गए?’
जब भरत बिंद से पूछा गया कि विधायक बनने के बाद कितने बार गांव में आए हैं, तो बीजेपी नेता ने पहले सवालों को नज़रअंदाज करके आगे बढ़ने की कोशिश की लेकिन जनता ने फिर उन्हें रोक लिया। इस पर बीजेपी नेता ने कहा- ‘हम तो 10 बार से ज़्यादा गांव आ चुके हैं, आप लोग झूठ बोलकर हमारे खिलाफ साजिश कर रहे हैं।’
कैमूर से लेकर दरभंगा और भभुआ तक जनता का गुस्सा एक जैसा है। सवाल एक ही है, ‘विकास कहां है?’ विकास की आस में जनता वोट करती है और अब उसी विकास का हिसाब मांग रही है।