बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव के लिए एक नए जातीय गणित की तैयारी कर रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण ये है कि लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के सर्वेसर्वा बन चुके चिराग पासवान उन्हें लगातार चुनौती दे रहे हैं। चिराग पासवान प्रवासी मज़दूरों के साथ राज्य सरकार के व्यवहार और कोरोना से लड़ने के इंतज़ाम से लेकर कई मुद्दों पर सरकार की आलोचना कर चुके हैं।