बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव के लिए एक नए जातीय गणित की तैयारी कर रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण ये है कि लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के सर्वेसर्वा बन चुके चिराग पासवान उन्हें लगातार चुनौती दे रहे हैं। चिराग पासवान प्रवासी मज़दूरों के साथ राज्य सरकार के व्यवहार और कोरोना से लड़ने के इंतज़ाम से लेकर कई मुद्दों पर सरकार की आलोचना कर चुके हैं।
चुनावी बिसात बिछा रहे नीतीश, मांझी के ज़रिए पासवान को काबू में करने का चला दांव
- बिहार
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- 7 Sep, 2020

चिराग पासवान के तीख़े बयानों के पीछे सबसे बड़ा कारण ज़्यादा से ज़्यादा सीटें हासिल करना ही लगता है। लेकिन ये भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि चुनाव तक अगर स्थितियां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के ख़िलाफ़ जाती दिखीं तो एलजेपी को पाला बदलने में कोई संकोच नहीं होगा। इसे देखते हुए नीतीश कुमार एक वैकल्पिक रणनीति तैयार रखना चाहते हैं और इसीलिए वह जीतन राम मांझी को एनडीए में ला रहे हैं।
राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि ये विधानसभा चुनाव में ज़्यादा से ज़्यादा सीटें लेने की पेशबंदी है। लेकिन ये भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि चुनाव तक अगर स्थितियां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के ख़िलाफ़ जाती दिखीं तो एलजेपी को पाला बदलने में कोई संकोच नहीं होगा। इसे देखते हुए नीतीश कुमार एक वैकल्पिक रणनीति तैयार रखना चाहते हैं।
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक