एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बिहार की मतदाता सूची में लाखों डुप्लिकेट नाम और फर्जी पते दर्ज हैं। चुनाव आयोग के ‘शुद्धता’ के दावे पर अब सवाल उठ रहे हैं।
प्रतीकात्मक तस्वीर
रिपोर्ट की पड़ताल में पाया गया कि ड्राफ्ट मतदाता सूची में पाई गई डुप्लिकेट मतदाता और फर्जी पते जैसी गड़बड़ियाँ अंतिम सूची में भी जस की तस बनी हुई हैं। यह सूची अब नवंबर में बिहार विधानसभा चुनावों के लिए उपयोग की जाएगी।