बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक दो सप्ताह पहले जनता दल यूनाइटेड ने 11 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है। क्या यह बर्खास्तगी जेडीयू की कमजोर होती पकड़ का संकेत है? यह कदम न केवल पार्टी की आंतरिक अनुशासनहीनता को दिखाता है, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सियासी मजबूती पर भी सवाल खड़े करता है।
बिहार चुनाव से पहले क्या नीतीश की पार्टी में बगावत, 11 नेताओं को क्यों निकाला?
- बिहार
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- 26 Oct, 2025

बिहार चुनाव से पहले नीतीश कुमार के जेडीयू में उथल-पुथल है, 11 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया। क्या यह बगावत का संकेत है या रणनीतिक सफाई?

जेडीयू द्वारा जारी बयान में कहा गया कि ये 11 नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे और पार्टी की विचारधारा का उल्लंघन कर रहे थे। निष्कासित नेताओं में पूर्व मंत्री शैलेश कुमार (जमालपुर से स्वतंत्र उम्मीदवार), पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह (बरहड़िया), सुदर्शन कुमार, पूर्व एमएलसी संजय प्रसाद (चकाई) और रणविजय सिंह शामिल हैं। अन्य नामों में विवेक शुक्ला, असमा परवीन, लव कुमार, अमर कुमार सिंह, आशा सुमन और दिव्यांशु भारद्वाज हैं। ये विभिन्न सीटों से बाग़ी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।






















